क्या क्या रंग दिखाती है जिंदगी क्या खूब इक्तेफ़ाक होता है,
तुम
बस मेरे दिल
में रहो, यहाँ
कोई आता जाता नहीं. 
उसके
रूठने
की अदायें भी, क्या गज़ब की है,
बात-बात पर ये कहना, सोंच लो.. फ़िर मैं बात नही
करूंगी. 


मै जिंदगी गिरवी रख दुंगा,
तु सीर्फ किमत बता मुस्कुराने
की.
जिंदगी जिने के लिए नजरो
की नहि,
नजारों
की जरुरत होति है.
तेरी यादोँ के ‘नशे’ मेँ, अब ‘चूर’ हो रहा हूँ,
लिखता हूँ ‘तुम्हेँ’ और, ‘मशहूर’ हो रहा हूँ.
एक तो सुकुन और एक तुम,
कहाँ रहते हो आजकल मिलते ही नही.
#देख_पगली
Mai तेरे #दिल
का,
#हक़दार बनना #चाहता हु, #चौकीदार नही. 
छेड़ने लगीं सहेलियां उसकी, उसको मुजसे मिलने के बाद,
कि रंग क्यों बदला है तेरे होठों का उसको मिलने के बाद.
ख़ुदकुशी हराम है साहब. 
मेरी मानो तो इश्क़
कर लो. 
सुना
है आजकल तेरी मुस्कुराहट
गायब हो गयी है,
तू
कहे तो फिर से तेरे क़रीब
आ जाऊँ. 
दिल
तो हर किसी के पास होता हैँ,
लेकिन
सब दिलवाले
नहीँ
होते.
क्या पता था कि महोब्बत
हो जायेगी,
हमें
तो बस तेरा मुस्कुराना
अच्छा लगा था. 
अंग्रेजी की किताब
बन गए हो तुम, 
पसंद
तो बहुत आते हो पर समझ
नहीं
आते.
लोग कहते हैं कि मेरी पसंद खराब है, 
लेकिन फिर भी मैं तुम्हें पसंद करता हूं. 
दुनिया में सिर्फ #दिल ही है जो बिना आराम किये काम करता है,
इसलिए उसे # खुश रखो चाहे वो # अपना हो या # अपनों का.
क्या ऐसा नहीं हो सकता हम प्यार मांगे,
और तुम गले लगा के कहो, ‘और कुछ ?
उनकी आँखों
में लगा है सुरमा ऐसे जैसे
चाकू पर लगायी हो धार किसी ने. 

मुझसे नफरत
ही करनी है तो इरादे मजबूत रखना,
जरा से भी चुके तो महोब्बत
हो जायेगी. B|
मेरे
दोस्त कहते कि तेरे स्टेटस मस्त
होते है ,
मेनै कहा जिस पगली
के लिये लिखता
हू वो है हि इतनी प्यारी. 

मेनै कहा जिस पगली
तेरे दिल
में मेरी साँसों
को पनाह मिल जाये
तेरे इश्क
में मेरी जां फ़ना हो जाय. 

छू जाते हो तुम
मुझे हर रोज एक नया ख्वाब
बनकर
ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नही.

ये दुनिया तो खामखां कहती है कि तुम मेरे करीब नही.
जिंदगी की राहों में मुस्कराते
रहो हमेशा, क्योंकि
उदास दिलों
को हमदर्द
तो मिलते हैं, हमसफ़र
नहीं. 
उदास दिलों
होंठ
तो मेरे है….पर मुस्कान
तुम्हारी क्यों हे,
लब्ज़
तो मेरे हे….फिर उन पर बातें तुम्हारी
क्यों हे ?
No comments:
Post a Comment