आखी ज़िन्दगी धार काढ्या करो तलवारनी,
अने छेवटे सोय थी काम पते. एम पण बने.
अने छेवटे सोय थी काम पते. एम पण बने.
तारो हाथ होय तो कई और वात थाय,
पोतना हाथो थी तो फ़क्त आपघात थाय.
शु नसीब हसे ऐ चा ना प्याला ना,
खोटा प्रेम नो अनुभव ज,
साचा प्रेम नी किंमत समजावे छे.
जितवानी सौथी वधारे मज़ा त्यारे आवे छे ज्यारे,
बधा तमारी हार नई राह जोइने बैठा होय.
सिखामण माथी रास्ता मलता हशे कदाच पण,
दिशाओ तो भूलो करवाथी ज मले छे.
दिल नी दरेक वात होठ पर लावी जरुरी नथी होती,
कोइक वार कोई नी याद माँ मौन रेह्वु ऐ पण प्रेम ज केहवाय.
निभावी लईशु एकबीजा ने,
तू हिंमत तो कर, आजे नहीं तो काले मनावी लईशु खुदा ने.
कदाच प्रेम पण कोरा चेक जेवो निकले
तमे जेने चाहो ऐ तमारा न निकले.
मने खबर नथी मारी पण लोको कहे छे,
हु माणस मजा नो छू.
आ जगत माँ ऐवा दोस्तों पण आवी जाय छे,
के जे वचन नथी आपता पण निभावी जाय छे.
काचो छू तो समजन आप,
का तो पाछू बचपन आप.
पतंग, पवन अने प्रेम
गमे त्यारे दिशा बदली शके छे.
ना राज जोइए, ना ताज जोइए,
माणस ने माणस साथै शोभे एवो मिजाज जोइए.
मौन रहो अने पोतनी सुरक्षा करो,
मौन कड़ी तमारो विश्वासघात नहीं करे.
भले ने अटपटा सो दाखला छे सबंधो माँ,
पण अहम ने बाद करो तो जवाब सहेला ज छे.
परीस्थिति आपणने साचवी ले ते आपणु नसीब, पण
परीस्थितिने आपणे साचवी लइऐ ते आपणी समजण.
જીવનભરની વધુપડતી કમાણીની આ જ છે યાત્રા,
ટેબલ પર ચાંદીની થાળી, અને ભોજન માં ડાયેટ ખાખરા.
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